पत्रकार कवि न्यूज़

फिल्म डायरेक्टर प्रोफेसर फौजिया अर्शी ने एक परंपरागत मुशायरे की श्रृंखला आयोजित करने की पहल की है, जो अपने आप में एक अनोखा प्रयास है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 2 years ago


हठ करती थी बचपन में मैं, लेने को चुनरी रंग बिरंगी। कहती थी मुझको भी है, घूंघट वाला खेल खेलना बस आज अभी।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 years ago


बेबाक वाचन शैली और तथ्यात्मक पत्रकारिता से बनाई विलक्षण पहचान।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


इस कविता के माध्यम से कवि ने यह बताने का प्रयास किया है कि कोविड-19 ने हमारी दिनचर्या पर किस तरह का प्रतिकूल प्रभाव डाला है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विनोद पुरोहित ने इस कविता के माध्यम से जीवन के सफर को बहुत ही संजीदगी के साथ बयां किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


जब नहीं रहेगी बच्चों की मुस्कुराहटें, औरतों की फुसफुसाहटें, बात बे बात पर आने वाली खिलखलाहटें, ये दुनिया किस काम की रहेगी...

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


हम बने, तुम बने एक-दूजे के लिए। हमने माना तुम भी मानो, हम भी रहें और तुम भी रहो घर में एक-दूजे के लिए

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता के माध्यम से कवि ने जीवन की संभावनाओं और जीने की इच्छाओं पर प्रकाश डाला है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


अक्सर कई लोग कहते हुए मिल जाते हैं कि उनका समय नहीं कटता, लेकिन इसी समय में कितनी चीजें कट जाती हैं, कवि ने अपनी कविता के माध्यम से इसका बखूबी वर्णन किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


डॉ. विनोद पुरोहित ने अपने विचारों को इस कविता के माध्यम से खूबसूरत अंदाज में पिरोने का काम किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता के माध्यम से कवि का कहना है कि यदि जलना ही है तो इस तरह जलें जिससे किसी को फायदा हो न कि नुकसान

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता के माध्यम से कवि बताना चाहता है कि वह बहुत कुछ करना चाहता है, लेकिन उसे इसका रास्ता नहीं सूझ रहा है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस गजल के द्वारा कवयित्री ने यह बताने की कोशिश की है कि दुनिया व जिंदगी में काफी कुछ घटित होने के बावजूद किस तरह इनसे अनभिज्ञता बनी रहती है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


अपनी कविता के माध्यम से कवि ने वर्तमान दौर में कश्मीर के हालात को बयां करने का प्रयास किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता में कवि एक ऐसे दौर की बात कर रहा, जिसमें शांति व सद्भाव का माहौल हो

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता के माध्यम से लेखिका ने शिकायत व मनुहार भरे लहजे में मन के भावों को व्यक्त करने का प्रयास किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता के माध्यम से कवि ने अपनी इच्छाओं के बारे में बताया है कि आखिर वे जिंदगी से क्या चाहते हैं

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


लेखक ने इस कविता में बताया है कि बेटियां किस तरह पूरे घर की आन-बान-शान होती हैं और घर में किस तरह रौनक बिखेरती रहती हैं

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता के माध्यम से कवि ने बताया है कि कार में सीट बेल्ट न लगाने का किस तरह खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


इस कविता के माध्यम से कवि ने मां के महत्व का वर्णन किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


कविता के माध्यम से वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विनोद पुरोहित ने कांच के टूटने का उदाहरण देते हुए उसके टुकड़ों में दिखते जिंदगी के हर अक्स के बारे में बताया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


कवि ने इस कविता के द्वारा निराशा के भंवर से निकलकर आगे बढ़ने और जीवन में सफलता पाने के लिए प्रेरित किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


कविता के माध्यम से कवि ने नए मोटर कानून के परिप्रेक्ष्य में बताया है कि कैसे बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन पर जाना भारी पड़ सकता है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


टीवी पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने इस कविता के माध्यम से बीते दिनों से वापस आने की गुजारिश की है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विनोद पुरोहित ने कविता के माध्यम से इस दुनिया को कहीं ऐसी जगह ले जाने की बात कही है, जहां पर हालात बेहतर हों

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


लेखक ने अपनी कविता के माध्यम से एक पत्रकार की मनोस्थिति का बखूबी वर्णन किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


ब्रह्मांड में सभी को किसी न किसी की तलाश है। इस ‘तलाश’ को वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विनोद पुरोहित ने कविता के माध्यम से खूबसूरत अंदाज में बयां किया है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


कई बार इन बच्चों को कोई पैसा दे देता है तो इनकी आंखों में एकदम से चमक आ जाती है तो कई बार इन्हें निराश होना पड़ता है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


कवि ने इस कविता के माध्यम से देश व समाज कल्याण के लिए कई कार्य करने की इच्छा जताई है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


कवि ने कविता के माध्यम से एक पत्रकार की शुरुआत से लेकर उसकी नौकरी जाने तक के बारे में वर्णन किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 5 years ago


जो लोग कहते हैं कि टीवी न्यूज के पत्रकारों में रचनात्मकता नहीं होती...

समाचार4मीडिया ब्यूरो 6 years ago


दोस्तो, कविता लिखना तो बस अपने अंदर के और आसपास के विश्व को देखना भर है...

समाचार4मीडिया ब्यूरो 6 years ago


पत्रकारिता को चौथा स्तम्भ कहा जाता है। देश को चलाने में पत्रकारों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है...

समाचार4मीडिया ब्यूरो 6 years ago


एनडीटीवी के जाने-माने सीनियर न्यूज एंकर रवीश कुमार ने हाल ही में अपने फेसबुक वॉल पर...

समाचार4मीडिया ब्यूरो 7 years ago